How to be a Hypnotist in Hindi
How to be a Hypnotist in Hindi सम्मोहन विद्या सीखने की विधियों का वर्णन करता है। क्या आप सम्मोहन विद्या सीखना चाहते हैं तो प्रस्तुत पोस्ट को अवश्य पढ़ें।
इससे पहले हमने अपनी वेबसाइट पर सम्मोहन विद्या क्या है? तथा सम्मोहन ज्ञान प्राप्ति के लिए उसके माध्यमों का अध्ययन किया था, जो की सम्मोहन विद्या का प्रारम्भिक ज्ञान था।
इसी क्रम में आज हम सम्मोहन विद्या सीखने की विधि का वर्णन करूंगी, जिनके द्वारा हम सम्मोहन विद्या सीख सकते हैं।
किन्तु आवश्यकता है – प्रस्तुत लेख को पूरा पढ़ना क्योंकि पोस्ट में अंत तक अनेक निर्देश दिए गए हैं। जिनकी जानकारी होना अतिआवश्यक है।
अधूरा ज्ञान सदैव नुकसानदेह होता है, इसलिए लेख को पूरा पढ़ें और निर्देशों का पालन करते हुए सम्मोहन ज्ञान को सीखने का प्रयास करें।
तो आइए हम सम्मोहन विद्या की विधि का अध्ययन करें, लेकिन इससे पहले यह जानना बहुत आवश्यक है कि सम्मोहन प्रयोग में किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए –
सम्मोहन विद्या का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- केवल ख्याति प्राप्त करने एवं धनोनपार्जन के उद्देश्य से सम्मोहन का प्रयोग न करें।
- प्रयोग के समय आपकी भावना हर प्रकार से शुद्ध होनी चाहिए।
- शत्रुता, द्वेष एवं अनिष्ट की भावना से सम्मोहन न करें। ऐसा करने से आपके प्रयोग निष्फल हो सकते हैं।
- मात्र प्रदर्शन के लिए या दूसरों के समक्ष अपने आपको बहुत बड़ा सम्मोहनकर्ता सिद्ध करने के लिए प्रयोग ना करें।
- ऐसे आदमी जो सम्मोहन ज्ञान को संदेह की दृष्टि से देखते हो उनके सामने सम्मोहन विद्या के प्रयोग कदापि न करें, यह एक साधना है इसका सम्मान करें।
- जिस स्थान पर आप सम्मोहन का प्रयोग करें उस जगह अधिक भीड़ व शोर न हों।
- आपका मनोबल कम ना हो तथा आपके आत्मविश्वास में किसी प्रकार की कमी ना आयें।
- सम्मोहन प्रयोग करते समय आपके माध्यम (जिसके ऊपर आप प्रयोग कर रहे है) के सामने आपकी वाणी मधुर होनी चाहिए।
- आपकी आखों में आकर्षण शक्ति तथा विचारों में दृढता होनी चाहिए।
सम्मोहन विद्या की विधि
आइए अब हम जानें कि सम्मोहन का प्रयोग किस प्रकार किया जाता है। सम्मोहन विद्या के प्रयोग की विधि कौन सी हैं।
जिस मनुष्य पर सम्मोहन किया जाता है सम्मोहन ज्ञान की भाषा में उसे पात्र अथवा माध्यम कहा जाता है।
सम्मोहन के लिए आप जिस पात्र को चुने उसके मन में आपके तथा सम्मोहन विद्या के प्रति श्रद्धा एवं विश्वास होना जरूरी है।
अत: यह आवश्यक है कि आप सम्मोहन के लिए योग्य पात्र का चुनाव करे। आप सभी को बताना चाहूँगी की प्रस्तुत लेख पूर्णरूप से अध्ययन और शोध पर आधारित है।
सम्मोहन विद्या का सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने के लिए योग्य तथा कुशल प्रशिक्षक से प्रशिक्षण लेना आवश्यक है।
यहाँ हम सम्मोहन की विधि का वर्णन कर रहे हैं , जो इस प्रकार हैं –
विधि
किसी भी व्यक्ति पर सम्मोहन करने के लिए प्रात: एवं सायं काल का समय उपयुक्त रहता है। प्रयोग बंद कमरे में करें। इस बात का ध्यान रखें कि वातावरण शांत हो और कमरे में ज्यादा लोग मौजूद न हों।
अभ्यास से पूर्व कमरे में अगरबत्ती जला लें जिससे वातावरण सुगंधमय बना रहे। अगरबत्ती के स्थान पर इत्र का भी प्रयोग कर सकते हैं।
माध्यम का शरीर स्वच्छ हो तथा साफ सुथरे कपड़े पहने हो। शरीर के कपड़े ढीले ढालें होने चाहिए।
अब आप पात्र से कहें कि मैं आपको सम्मोहित कर रहा हूँ आपका यह वाक्य उसके चेतन मन पर गहरा प्रभाव डालेगा।
इसके पश्चात आप उसकी आँखों में देखना प्रारंभ करें। किन्तु इस बात का ध्यान रखे कि आपकी दृष्टि चुभने वाली न हो बल्कि नेत्रों में मधुरता और आकर्षण हो।
साथ ही आपका चेहरा भी सौम्य हो उसमे कठोरता के भाव न हों। आपके होंठों पर मधुर मुस्कान होनी चाहिए।
यदि उस समय आपका चेहरा कठोर व भयानक हुआ तो पात्र आपकी ओर नही देखेगा और आप उसे सम्मोहित नही कर पाएंगें।
इसके बाद अपने दोनों हाथों की उँगलियाँ फेला कर उसके चेहरे के सामने लाएं और उसे आपकी उगलियों की ओर देखने के लिए कहें।
ध्यान रहे उस समय भी आपकी दृष्टि उसके चेहरे पर ही होनी चाहिए। उस समय आप अनुभव करें कि आपकी उंगलियों एवं आँखों से चुंबकीय किरणें निकलकर उसके मस्तिष्क को प्रभावित कर रही हैं।
कुछ क्षणों के बाद अपनी उँगलियाँ बहुत धीरे धीरे उसके चेहरे से नीचे की ओर लाना आरंभ करें। इसके पश्चात उँगलियाँ फिर चेहरे के सामने लें जाएँ और फिर नीचे लाएं।
उँगलियाँ पात्र के शरीर को स्पर्श न करें, किन्तु इतनी निकट हों कि पात्र को वे अपने शरीर में चुभती सी महसूस हों। ऐसा सात आठ बार करें।
आपके ऐसा करने से पात्र की पलकें बोझिल होने लगेंगी। नींद के कारण उसकी आँखें बार बार बंद होंगी और वह उन्हें बार बार खोलने का प्रयास करेगा।
ऐसी स्थिति में आप उससे कहें “आपकों नींद आ रही है। आपको बहुत मीठी नींद आ रही है। आप सोना चाहते हैं आप गहरी नींद में सोना चाहते हैं। सो जाइए। आपको नींद आ रही है, अत: सो जाइए।“
ऐसा बार बार कहें और पात्र की आँखों को देखते रहें। कुछ क्षण के बाद आप देखेंगे कि उसकी पलकें बंद हो जाएंगी और पात्र आपको नींद में झूमता सा लगेगा।
अब आप अपने अंगूठे तथा मध्यमा उंगली से उसके मस्तक को स्पर्श करें और उसे धीरे से पीछे की ओर धकेल दें। आपके ऐसा करते ही वह पीछे गिर जाएगा।
अब आप उसके चेहरे को ध्यान से देखें और यह जानने का प्रयास करें कि क्या उसे वास्तव में नींद आ चुकी है और वह गहरी नींद सो रहा है? यह भी देखें की वह अपनी आँखें खोलने का प्रयास तो नही कर रहा।
यह सब देखने के लिए अपने दोनों हाथों को उसके चेहरे के पास ले जाएँ और उन्हें धीरे धीरे उसके पावों की दिशा में लेजाये। इसका परिणाम यह होगा की यदि वह निंद्रा में नहीं है तो अपनी आँखें खोलेगा और आपको देखेगा।
किन्तु यदि वाद हिप्नोटिक नींद में है, तो आपके हाथों की उस पर कोई प्रतिक्रिया न होगी। अब आप उसे अत्यंत मधुर भाषा में, किन्तु पूरी दृढता से कोई निर्देश दें।
यदि वह आपके निर्देश का पालन करता है तो समझें कि वह गहरी नींद में है। इसके बाद कुछ क्षणों तक रुकें।

ध्यान रखने योग्य बातें
प्रस्तुत विधि का प्रयोग करते समय एक बात उल्लेखनीय है, यदि माध्यम आपसे आयु एवं योग्यता में अधिक है तो वह इतनी जल्दी हिप्नोटिक नींद में न सोएगा।
ऐसे में आप जल्दबाजी से काम न करें और उसके सोने की प्रतीक्षा करें।
यदि उसके शरीर में कंपन है ——–।
यदि उसकी पलकें कुछ खुली हैं ——-।
यदि वह अपनी आँखों को बलपूर्वक बंद करने का प्रयास कर रहा है —–।
तो इन परिस्थितियों में यह समझे कि अभी वह गहरी नींद में नही है। ऐसे में उसे तुरत कोई निर्देश न दें। ऐसी स्थिति में वो आपका विरोध भी कर सकता है।
अत: धैर्य रखकर उसके नींद में आने की प्रतीक्षा करें। परीक्षा के लिए आप चाहे तो दो तीन बार उसके सामने ताली बजा सकते हैं।
यदि वह नींद में है तो ताली बजने का उसपर कोई प्रभाव नही होगा। यह सब देखने के बाद ही कोई निर्देश दें।
इस संबंद में इस बात का विशेष ध्यान रखें – आप आपने माध्यम को निर्देश देने से पहले यह अवश्य बता दें कि आप उसे कितनी देर के लिए सम्मोहित कर रहे हैं; जैसे आप उससे कह सकते हैं –“जैसे ही मैं दस तक गिनती गिनूँगा – तुम्हारी नींद टूट जाएगी।
अथवा आप केवल पाँच मिनट तक सम्मोहन की अवस्था में रहेंगे और मेरे निर्देशों का पालन करेंगे।“
इस आज्ञा का परिणाम यह होगा कि आपके दस तक गिनते ही अथवा पाँच मिनट का दिया हुआ समय पूरा होते ही उसकी हिप्नोटिक नींद टूट जाएगी।
उपसंहार
प्रस्तुत पोस्ट में वर्णित विधि का प्रयोग करके हम काफी हद तक सम्मोहन प्रयोग में सफलता पा सकते हैं।
किन्तु यदि आप सम्मोहक चिकित्सक बनना चाहते हैं तो अवश्य ही कुशल प्रशिक्षक से प्रशिक्षण लें।
सम्मोहन विद्या की प्राप्ति के लिए किसी खास व्यक्तित्व की आवश्यकता नही है। औसत बुद्धि का पुरुष या स्त्री कोई भी यह विद्या सीख सकता है।
लेकिन किन्हीं किन्हीं लोगों के व्यक्तित्व में ऐसे बेहतरीन गुण होंते हैं जिनके कारण वे सम्मोहन करने में अधिक सफल हों सकते हैं।
सम्मोहन करने वाले व्यक्ति का व्यक्तिव प्रभावशाली तथा आकर्षक होना चाहिए। उसका व्यवहार विनम्र, मर्यादापूर्ण तथा मधुर होना चाहिए।
सम्मोहन विद्या का सही प्रयोग करके सम्मोहक चिकित्सक अनेक रोगो का सफलतापूर्वक इलाज कर सकता है।
जिसके मामलें में सारी पद्धतियों द्वारा इलाज नाकाम हो चुका हो। रोगों के उपचार में सम्मोहन ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हो रहा है।
लेकिन यह भी सत्य है कि इलाज के लिए सम्मोहन का प्रयोग करने के लिए चिकित्सा – विज्ञान और मनोविज्ञान दोनों का ज्ञान आवश्यक है।
ऐसा इसलिए क्योंकि स्नायु – संबंधी रोग से पीड़ित के कुछ शारीरिक और मानसिक लक्षण किसी गंभीर रोग के लक्षणों से इतने मिलते जुलते पाए जाते हैं,
कि कुछ संदेहात्मक लक्षणों को ठीक ठीक पहचानने की योग्यता होना आवश्यक है। प्रस्तुत लेख पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य प्रदान करें।
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सभी स्वस्थ रहें, मस्त रहें और सुरक्षित रहें। नमस्कार